“टेढ़ी” शब्द एक ऐसे मनुष्य का चित्रण करते हैं जो नैतिक रूप से भ्रष्ट या विकृत प्रवृत्ति के है। “कुटिलता” अर्थात “भ्रष्टाचार”। किसी वस्तु को “टेढ़ा” करना अर्थात उसे उचित या अच्छी अवस्था से बुरी अवस्था में कर देना।
* कोई मनुष्य या वस्तु टेढ़ी है तो वह उचित एवं अच्छे से विपरीत हो गया या गई है।
* बाइबल में इस्राएली परमेश्वर की आज्ञाओं को न मानने के कारण टेढ़ा व्यवहार करते थे। वे प्रायः झूठे देवताओं की पूजा करके ऐसा करते थे।
* परमेश्वर के मन को या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य टेढ़ा माना जाता था।
* “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे भाग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है।
* “टेढ़ी भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”।