* “कठोर हृदय” “हठीला मन” उन लोगों के संदर्भ में है जो हठ करके पश्चाताप नहीं करतेहैं. यह अभिव्यक्ति उन लोगों का वर्णन करती है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानने का हठ करते हैं.
* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “हृदयों की कठोरता” और “उनके हृदयों की कठोरता” का संदर्भ भी हठीली अवज्ञा से है.
* किसी का हृदय “कठोर” है तो इसका अर्थ है कि ऐसा मनुष्य आज्ञा मानने से इन्कार करता है और मन फिराव नहीं करने का हठ करता है.
* जब इसे क्रिया विशेषण स्वरूप काम में लिया जाता है जैसे “कठोर परिश्रम” या “कठोर प्रयास” तो इसका अर्थ है किसी काम को दृढ़ता के साथ यत्न से करना, किसी काम को अति उत्तम रूप से करने का प्रयत्न करना
* “कठोर” शब्द का अनुवाद “कठिन” या “हठीला” या “चुनौतीपूर्ण” किया जा सकता है जो प्रकरण के अनुसार हो.
* “कठोरता” शब्द या “हृदय की कठोरता” या “कठोर हृदय” का अनुवाद “हठीलापन” या “निरन्तर विद्रोह” या “विद्रोही स्वभाव” या “हठीली अवज्ञा” या “हठ करके मन फिराव न करना” किया जा सकता है.
* “कठोर हो गया” का अनुवाद “मन न फिराने का हठ” या “आज्ञा मानने से इन्कार” किया जा सकता है.
* “अपने हृदयों को कठोर मत करो” का अनुवाद “मन फिराव से इन्कार मत करो” या “हठ करके अवज्ञा मत करो.”
* “हठीले” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हठीली अवज्ञा” या “निरन्तर अवज्ञा करना” या “मन फिराव का इन्कार” या “सदैव विद्रोह करना.”
* “कठोर परिश्रम करना” या “कठोर प्रयास करना” इसमें “कठोर” शब्द का अनुवाद “यत्न के साथ” या “लगन के साथ” किया जा सकता है.
* “दौड़ा चला जाता हूँ” का अनुवाद “बलपूर्वक आगे बढ़ता हूँ” या “के विरुद्ध प्रबलता से अग्रसर होता हूँ.”
* “मनुष्यों को कठोर परिश्रम का दुःख देना” (अत्याचार करना) इसका अनुवाद “मनुष्य से ऐसा कठोर परिश्रम कराना कि वे पीड़ित हों” या “मनुष्यों को अत्याधिक कठिन कार्य द्वारा दुःख देना” हो सकता है.
* स्त्री के कठिन प्रसव को भी कठोर परिश्रम कहते हैं.