* वन पशु जंगल या खेतों में स्वतंत्र घूमता है, वह प्रशिक्षित नहीं होता कि घरेलू पशु कहलाए।
* घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन या काम करवाने के लिए उपयोग में आता है जैसे हल चलाना आदि। पशु-धन ऐसे पशुओं को ही कहा जाता है।
* पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor))
* इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जातियों या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं।
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “प्राणी” या “सृजित वस्तु” या “वनपशु” प्रकरण के अनुवाद