* नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” अर्थात् यीशु के विश्वासी, और इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं.
* इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के सम्बन्ध जैसा होता है जो एक मानवीय पुत्र और उसके पिता के सदृश्य है जिसमें पुत्र होने के सब सौभाग्य विहित होते हैं.
* उत्पत्ति 6 में कुछ लोग “परमेश्वर के पुत्रों” का अनुवाद पतित स्वर्गदूत करते हैं जिसका अभिप्राय दुष्टात्माओं से है. अन्यों के विचार में इसका संदर्भ सामर्थी राजनीतिक शासकों से है या शेत के वंशजों से है.
* नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” का अर्थ है,यीशु के विश्वासी और इसका अभिप्राय प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं।
* इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के सम्बन्ध जैसा होता है जिसमें पुत्र होने के साथ सब सौभाग्य विहित हैं.
* “परमेश्वर का पुत्र” शीर्षक रूप में एक भिन्न उक्ति है: जो यीशु के सन्दर्भ में है, वह परमेश्वर का एकमात्र पुत्र है.