* पवित्र आत्मा को केवल “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है।
* क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अत्यधिक शुद्ध और नैतिक सिद्धता में है।
* पिता और पुत्र के साथ पवित्र आत्मा भी जगत की रचना में सक्रिय था।
* परमेश्वर पुत्र यीशु जब स्वर्ग लौट गया तब उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा भेजा कि उनकी अगुवाई करे, उन्हें शिक्षा दे, उन्हें शान्ति दे और परमेश्वर की इच्छा पूर्ति के योग्य बनाए।
* पवित्र आत्मा यीशु की अगुआई करता था तथा यीशु में विश्वास करने वालों का भी मार्गदर्शन करता है।
* __[01:01](rc://en/tn/help/obs/01/01)__ लेकिन __परमेश्वर की आत्मा__ वहाँ जल के ऊपर थी।
* __[24:08](rc://en/tn/help/obs/24/08)__ और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने __परमेश्वर की आत्मा__ को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा।
* __[26: 1](rc://en/tn/help/obs/26/01)__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए __पवित्र आत्मा__ की शक्ति में लौट आए।
* __[26: 3](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ __प्रभु की आत्मा__ मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।"
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ तो जाओ, स्वर्गीय पिता और __पवित्र आत्मा__ के नाम पर उन्हें बपतिस्मा दो, सभी लोगों के समूह के चेले बनाओ और उन्हें उन सभी चीजों का पालन करने के लिए सिखाओ जिसकी मैंने तुमको आज्ञा दी है। "
* __[43:03](rc://en/tn/help/obs/43/03)__ वे सब __पवित्र आत्मा__ से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया।
* __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__ को भेजा है जैसा कि उसने वादा किया था कि वह करेंगे। __पवित्र आत्मा__ उन चीजों का कारण बन रहा है जो आप देख रहे हैं और सुन रहे हैं।"
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें __पवित्र आत्मा__ का दान देगा।।"
* __[45:01](rc://en/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और __पवित्र आत्मा__ और ज्ञान से भरा था।