* पशु की देह के संदर्भ में शरीर का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस.”
* जब सब प्राणियों के संदर्भ में काम में लिया जाए तो इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “जीवित प्राणी” या “सब जीवित वस्तुएं”.
* जब मनुष्यों के लिए सामान्य उपयोग किया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य” या “मानव जाति” या “सब जीवित लोग.”
* “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “कुटुम्ब”. कुछ संदर्भों में यह शब्द "पूर्वजों" या “वंशजों ” हो सकता है.
* कुछ भाषाओं में अन्य भिव्यक्ति भी हो सकती है जो "माँस और लहू" के समान है।
* अभिव्यक्ति "एक माँस होना" का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है,"यौन एकता" या "एक शरीर हो जाना" या "शरीर और आत्मा में ऐसे हो जाना जैसे एक ही व्यक्ती है. इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए कि यह परियोजना की भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है. (देखें: शिष्टोक्ती ). यह भी समझना चाहिए कि यह लाक्षणिक है, और इसका अर्थ यह नहीं है कि एक पुरुष और स्त्री जो "एक तन होंगे" वे यथार्काथ में एक मनुष्य बन गए.