नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ विश्वासी को धर्मविधि के पालन निमित्त पानी में नहलाने के सन्दर्भ में है कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो.
* विश्वासियों में पानी के बपतिस्में की विधि की अनेक धारणाएं हैं। अतः उचित होगा कि इसका अनुवाद सामान्य रूप में किया जाए जिसमें जल के उपयोग की विभिन्न विधियां हों.
* प्रकरण के अनुसार “बपतिस्मा” शब्द का अनुवाद “शुद्धिकरण,” “पर उण्डेलना,” “में डुबाना,” “धोना” हो सकता है. उधाहरनार्थ, "तुम्हे पानी में बप्तिस्मा दिया जाय"का अनुवाद हो सकता है, "तुम्हे पानी में डुबाया जाय."
*"बपतिस्मा"शब्द का अनुवाद "दोषमार्जन," "उंडेलना," "डुबकी," "शोधन,"हो सकता है.
* ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में बाइबल अनुवाद में किस प्रकार किया गया है.
***[24:03](rc://hi/tn/help/obs/24/03)** जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मान लिया , और युहन्ना ने उनको **बपतिस्मा दिया**, बहुत से धर्मी अगुवे यूहन्ना से **बपतिस्मा लेने** को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों से न तो मन फिराया था न ही पापों का अंगीकार किया था.
***[24:06](rc://hi/tn/help/obs/24/06)** अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे **बपतिस्मा लेने** आया.
***[24:07](rc://hi/tn/help/obs/24/07)** यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे **बपतिस्मा** दूँ. इसकी अपेक्षा आवश्यक है कि तू मुझे **बपतिस्मा** दे."
***[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)** इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से **बपतिस्मा** दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ."
***[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)** पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से **बपतिस्मा** ले कि परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करे."
***[43:12](rc://hi/tn/help/obs/43/12)** लगभग 3000 लोगों ने पतरस की बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए. उन्हें **बपतिस्मा** दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए.
***[45:11](rc://hi/tn/help/obs/45/11)** फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते पानी के पास पहुँचे. तब कूश देश के अधिकारी ने कहा, “देख ! यहाँ पानी है! क्या मैं **बपतिस्मा** ले सकता हूँ?"
***[46:05](rc://hi/tn/help/obs/46/05)** शाऊल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे **बपतिस्मा** दिया.
***[49:14](rc://hi/tn/help/obs/49/14)** यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और **बपतिस्मा लेने** के लिए आमंत्रित करता है.