यहूदा का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में सबसे बड़ा था। यहूदा राज्य यहूदा और बिन्यामीन गोत्रों से था।
* राजा सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल राज्य दो भागों में विभाजित हो गया था: इस्राएल और यहूदा राज्य। यहूदा राज्य, दक्षिणी राज्य था जो खारे ताल के पश्चिम में था।
* यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम थी।
* यहूदा के आठ राजा यहोवा की आज्ञाओं पर चले और प्रजा को उसकी आराधना की प्रेरणा दी। यहूदा के अन्य राजा दुष्ट थे और उन्होंने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए प्रेरित किया।
* अश्शूरों द्वारा इस्राएल को पराजित करने के 120 वर्ष से अधिक समय बाद यहूदा राज्य बेबीलोन द्वारा पराजित किया गया। बेबीलोन की सेना ने नगर को और मन्दिर को नष्ट कर दिया और अधिकांश यहूदावासियों को बन्दी बनाकर ले गए।
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे। यह दो गोत्र __यहूदा का राज्य__ बन गए।
* __[18:10](rc://en/tn/help/obs/18/10)__ __यहूदा और इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ __यहूदा के राजा__ दाऊद के वंशज के थे। कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। परन्तु बहुत से __यहूदा के__ राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे।
* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएल के राज्य और __यहूदा के राज्य__ दोनों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।
* __[20:05](rc://en/tn/help/obs/20/05)__ __यहूदा राज्य__ के लोगों ने देखा कि परमेश्वर की आज्ञा का पालन न करने और उस पर विश्वास न रखने के कारण इस्राएलियों को उसने कैसे दण्डित किया। फिर भी उन्होंने कनानियों के देवताओं सहित मूर्तियों की उपासना करनी न छोड़ी।
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, __यहूदी शासन__ को नष्ट करने के लिए।
* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी __यहूदियों__ को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके