* राजा सुलैमान की मृत्यु के बाद, इस्राएल देश दो राज्यों में विभाजित हो गया: इस्राएल और यहूदा। यहूदा का राज्य दक्षिणी राज्य था, जो नमक सागर के पश्चिम में स्थित था।
* यहूदा के आठ राजाओं ने यहोवा की आज्ञा मानी और लोगों को उसकी उपासना करने के लिए प्रेरित किया। यहूदा के अन्य राजा बुरे थे और लोगों को मूर्तियों की पूजा करने के लिए प्रेरित करते थे।
* अश्शूर द्वारा इस्राएल (उत्तरी राज्य) को पराजित करने के 120 से अधिक वर्षों के बाद, यहूदा को बेबीलोन के राष्ट्र द्वारा जीत लिया गया था। बाबुलियों ने नगर और मन्दिर को नष्ट कर दिया, और यहूदा के अधिकांश लोगों को बन्दी बनाकर बाबेल ले गए।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ __यहूदा के राजा__ दाऊद के वंशज के थे। कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। परन्तु बहुत से __यहूदा के__ राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे।
* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएल के राज्य और __यहूदा के राज्य__ दोनों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।
* __[20:05](rc://en/tn/help/obs/20/05)__ __यहूदा राज्य__ के लोगों ने देखा कि परमेश्वर की आज्ञा का पालन न करने और उस पर विश्वास न रखने के कारण इस्राएलियों को उसने कैसे दण्डित किया। फिर भी उन्होंने कनानियों के देवताओं सहित मूर्तियों की उपासना करनी न छोड़ी।
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, __यहूदी शासन__ को नष्ट करने के लिए।
* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी __यहूदियों__ को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके