“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को घोर कष्टों की चेतावनी भी दी जाती है।
* “हाय उन पर” चेतावनी के साथ आता है कि वे पापों का दण्ड पाएंगे।
* बाइबल में अनेक स्थानों में “हाय” शब्द को दोहराया गया है जिसका अभिप्रेत अर्थ है भयानक दण्ड की प्रबलता व्यक्त करना है।
* मनुष्य कहता है, “हाय मुझ पर” तो इसका अर्थ है घोर कष्टों के कारण दुःख व्यक्त करना।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार “हाय” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “अगाध दुख” या “शोक” या “आपदा” या “विनाश”
* अभिव्यक्ति का अनुवाद करने के अन्य तरीके "हाय करने के लिए ("शहर का नाम)" में शामिल हो सकते हैं, "यह (शहर के नाम) के लिए कितना भयानक होगा" या "(उस शहर) में लोगों को गंभीर रूप से दंडित किया जाएगा" या "उन लोगों को बहुत भुगतना होगा। "
* अभिव्यक्ति, "हाय मुझे है!" या "मुझ पर हाय!" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "मैं कितना दुखी हूँ!" या "मैं बहुत उदास हूँ!" या "यह मेरे लिए कितना भयानक है!"
* अभिव्यक्ति "आप पर हाय" का भी अनुवाद किया जा सकता है "आपको बहुत दुख होगा" या "आपको भयानक परेशानियों का अनुभव होगा।"