“अपवित्र” शब्द का अर्थ है, “पवित्र नहीं”। इस शब्द का तात्पर्य है परमेश्वर का आदर न करनेवाली बात या वस्तु।
* इस शब्द द्वारा उस मनुष्य का वर्णन किया जाता है परमेश्वर का विरोध करके उसका अपमान करता है।
* “अपवित्र” वस्तु को साधरण, अशुद्ध, भ्रष्ट कह सकते हैं। वह परमेश्वर का नहीं है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* इस शब्द के अनुवाद, “पवित्र नहीं है” या “परमेश्वर का नहीं है” या “परमेश्वर को सम्मानित नहीं करती है” या “ईश्वर भक्ति से संबन्धित नहीं है” हो सकते हैं।
* कुछ प्रकरणों में “अपवित्र” का अनुवाद “अशुद्ध” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [आदर](../kt/honor.md), [अशुद्ध करना](../other/profane.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))