“मूढ़” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो प्रायः अनुचित चुनाव करता है, विशेष करके आज्ञा न मानने का चुनाव करना| "मूर्ख" शब्द उस मनुष्य का या आचरण का वर्णन करता है जो बुद्धीमानी का नहीं है|
* बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विषमता में उस मनुष्य को दर्शाया गया है जो बुद्धीमान है अर्थात, जो परमेश्वर पर भरोसा रखता है और उसकी आज्ञाओं को मानता है|
* भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है। वह परमेश्वर की सृष्टि में, परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है।
* पुराने नियम की पुस्तक, नीतिवचन में भी अनेक वर्णन हैं कि मूर्ख या मूढ़ मनुष्य कैसा होता है।
* “मूर्खता” शब्द उस कार्य के सन्दर्भ में है जो बुद्धीमानी का नहीं है क्योंकि वह परमेश्वर की इच्छा के विरुद्ध है| "मूर्खता" का अर्थ प्रायः ऎसी बात से सम्बंधित होता है जो हास्यजनक या जोखिमभरी होती है|