राहाब यरीहो वासी स्त्री थी जब इस्राएल ने यरीहो पर आक्रमण किया था। वह एक वैश्या थी।
* आक्रमण करने से पूर्व इस्राएल के दो भेदिये यरीहो में गए थे, उन्हें बचाने के लिए राहाब ने उन्हें छिपा लिया था। पुनः छावनी पहुंचने में उसने उनकी सहायता की थी।
* राहाब यहोवा की विश्वासिनी हो गई थी।
* राहाब और उसका परिवार यरीहो विनाश के समय छोड़ दिया गया था और वे सदैव इस्राएलियों के साथ रहने आए।
* __[15:1](rc://hi/tn/help/obs/15/01)__ उस शहर में __राहाब__ नामक एक वेश्या रहती थी, उसने उन दोनों भेदियों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी सहायता की क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करती थी। उन्होंने शपथ खाई कि इस्राएली जब यरीहो को नष्ट करेंगे तब __राहाब__ और उसके परिवार की वे रक्षा करेंगे।
* __[15:5](rc://hi/tn/help/obs/15/05)__तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। उन्होंने केवल __राहाब__ और उसके परिवार को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राएलियों का ही भाग बन गए थे।