“झूठा साक्षी” या और “अधर्मी साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो किसी के बारे में या किसी घटना के बारे में, न्यायालय जैसी सभा में असत्य बातें कहता है।
* “झूठी गवाही” या “अन्यायी साक्षी” वास्तव में उच्चारित झूठ है।
* “झूठी गवाही देना” अर्थात झूठ कहना या गलत वर्णन करना।
* बाइबल में अनेक उदाहरण हैं जब झूठे गवाहों को भाड़े पर लाया गया कि किसी को दण्ड या मृत्युदण्ड दिलवाने के लिए झूठी गवाही दी जाए।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “झूठी गवाही देना” या “झूठी साक्षी देना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अवैध साक्षी” या “किसी के बारे में मिथ्या वर्णन करना” या “किसी के विरूद्ध झूठा अरोप लगाना” या “झूठ कहना”
* जब “झूठी गवाही” किसी मनुष्य के संदर्भ में हो तब कहा जा सकता है, “झूठ बोलने वाला मनुष्य” या “झूठी गवाही देने वाला मनुष्य” या “असत्य बातें करनेवाला मनुष्य”।