शिमशोन न्यायियों में से एक था, और इस्राएल का मुक्तिदाता था। वह दान के गोत्र का था।
* परमेश्वर ने उसे अलौकिक शक्ति दी थी जिससे उसने इस्राएल के शत्रु पलिश्तियों से लड़ने में काम में ली।
* शिमशोन शपथ के अधीन था कि वह न तो मदिरा पान करेगा, न ही किसी प्रकार का खमीरी पेय पदार्थ पीएगा। जब तक वह अपनी शपथ का निष्ठावान रहा, परमेश्वर उसे शक्ति देता रहा।
* उसने अपनी शक्ति का भेद प्रकट करके बाल कटवा लिए और पलिश्तियों ने उसे बन्दी बना लिया।
* जब शिमशोन बन्धुआई में था, परमेश्वर ने उसे शक्ति दी और अनेक पलिश्तियों के साथ उनके दागोन देवता के मन्दिर को नष्ट करवाया।