* __[04:05](rc://en/tn/help/obs/04/05)__ इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किये थे, सब को लेकर __कनान__ देश में जो परमेश्वर ने उसे दिखाया था जाने को निकल चला;
* __[04:06](rc://en/tn/help/obs/04/06)__ जब अब्राम __कनान__ देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि, "अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।"
* __[04:09](rc://en/tn/help/obs/04/09)__ "मैं__कनान__ देश तेरे वंश को दूँगा।"
* __[05:03](rc://en/tn/help/obs/05/03)__ " मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा __कनान__ देश दूँगा कि वह उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा।"
* __[07:08](rc://en/tn/help/obs/07/08)__ बीस वर्ष तक अपने भवन से, जो __कनान__ में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया।