मीका, मसीह से 700 वर्ष पूर्व यहूदा में यशायाह के सेवाकाल के समय यहूदा ही में एक भविष्यद्वक्ता था। मीका नामक एक और पुरुष था जो न्यायियों के युग में था।
* मीका की पुस्तक पुराने नियम के अन्त में है।
* मीका ने अश्शूरों द्वारा सामरिया के विनाश की भविष्यद्वाणी की थी।
* मीका ने यहूदा की प्रजा को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए झिड़का था और उन्हें चेतावनी दी थी कि शत्रु उन पर आक्रमण करेंगे।
* उसकी भविष्यद्वाणी के अन्त में परमेश्वर में आशा का सन्देश भी था, परमेश्वर विश्वासयोग्य है और अपने लोगों का उद्धार करता है।
* न्यायियों की पुस्तक में मीका नामक एक पुरुष की कहानी है जो एप्रैम में रहता जो चाँदी की मूर्तियां बनाता था। एक युवा लेवी याजक उसके घर में रहने के लिए आया था, उसने उसके घर से वह मूर्ति और अन्य सामान चुराया तथा दान के एक समूह के साथ भाग गया था। अन्त में वह लेवी और दानवंशी लैश नगर में जा बसे और उस चाँदी की मूर्ति को खड़ा करके पूजा आरंभ कर दी।