“घमण्ड” (गर्व) का अर्थ है स्वाभिमान एवं दंभी। इसका संदर्भ ऐसे मनुष्य से है जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है।
* यह शब्द ऐसे मनुष्य के घमण्ड को दर्शाता है जो परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने से नहीं रूकता है।
* अभिमानी मनुष्य अपने बारे में बड़ी-बड़ी बातें करता है
* घमण्डी मनुष्य बुद्धिमान नहीं मूर्ख है।
* इस शब्द का अनुवाद “घमण्डी”, या “दंभी” या “स्वार्थी” किया जा सकता है।
* “घमण्डी आंखें” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “घमण्ड से भरी दृष्टि” या “दूसरों को अपने आप से हीन समझना” या “दूसरों को नीचा समझने वाला घमण्डी मनुष्य”।