"अनिष्ट"शब्द उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुरूप जीवन निवाह नहीं करते हैं| अनिष्ट होने की दशा या अभ्यास को "अविश्वास" कहते हैं|
*इस्राएलियों को "विश्वास से विमुख"कहा गया था क्योंकि वे मूर्तिपूजा करने लगे थे और नाना प्रकार से परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर रहे थे|
विवाहित जीवन में विश्वासघाती उसको कहा जाता है जो अपने जीवन साथी से विश्वासघात करता है|
*परमेश्वर ने "विश्वासघात" शब्द का उपयोग इसलिए किया कि इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार का वर्णन करे| वे न तो परमेश्वर की आज्ञा मान रहे थे और न ही उसका सम्मान कर रहे थे|
*"विश्वासघाती" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "मनुष्य जो (परमेश्वर के) निष्ठावान नहीं हैं," या "अनिष्ट जन" या "परमेश्वर की अवज्ञा करनेवाले" या "परमेश्वर से विद्रोह करनेवाले|"
*कुछ भाषाओं में, "विश्वास रहित" का अभिप्राय "अविश्वास" होता है|