* बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ प्रायः स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है।
* जब बेबीलोन के राजा ने बड़े ही परेस्शान करने वाले स्वप्न देखे थे, तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उनका अर्थ समझाए और उनका सन्दर्भ स्पष्ट करे।
* स्वप्न का “अर्थ” बताने का तात्पर्य उस स्वप्न की व्याख्या करने से है।
* पुराने नियम में, परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की घटनाएं बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भाविश्यद्वानियाँ होता था।
* "व्याख्या" शब्द का सन्दर्भ अन्य बातों के अर्थ का अनुमान लगाना भी हो सकता है, जैसे सर्द या गर्म के आधार पर, वायु प्रवाह के आधार पर, और आकाश को देख कर मौसम का निर्धारण करना।
* "व्याख्या" शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं: "अर्थ का मान निर्धारण करना या "वर्णन करना" या "अर्थ बताना।"
* "व्याख्या" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वर्णन करना" या "अर्थ निर्धारान।"