“कोढ़” का उल्लेख बाइबल में आया है कि वह अनेक त्वचा रोगों का संदर्भ देता है। “कोढ़ी” वह मनुष्य है जो कोढ़ से ग्रस्त है, “कोढ़” मनुष्य या मनुष्य की देह के उस अंग का संदर्भ देता है जहाँ कोढ़ का लक्षण प्रकट होता है।
* एक प्रकार के कोढ़ में त्वचा का रंग उड़ जाता है और वहां सफेद दाग हो जाते हैं जैसे मिर्याम और नामान को था।
* आज के युग में कोढ़ के कारण हाथ, पांव और देह के अन्य अंग क्षतिग्रस्त होकर विकृत हो जाते हैं।
* परमेश्वर ने इस्राएलियों को जो आदेश दिए थे उनके अनुसार यदि किसी मनुष्य को कोढ़ हो जाता था तो उसे “अशुद्ध” माना जाता था और उसे अन्य मनुष्यों से अलग रहना होता था कि उन्हें संक्रमण न हो।
* कोढ़ी को “अशुद्ध” चिल्लाना पड़ता था कि मनुष्यों को उससे दूर रहने की चेतावनी मिले।
* यीशु ने अनेक कोढ़ियों को और त्वचा रोगियों को चंगा किया था।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* बाइबल में “कोढ़” का अनुवाद “त्वचा रोग” या “भयानक त्वचा रोग” किया जा सकता है।
* “कोढ़” का अनुवाद “कोढ़ग्रस्त” या “त्वचा रोग ग्रस्त” या “त्वचा के घावों से भरा” किया जा सकता है।