खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक की लिंगमुंडच्छद काट देना। इसी के संबन्ध खतना का अनुष्ठान किया जाता था।
* परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार और सेवकों का खतना करे।
* परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के जन्म होने पर ऐसा करना जारी रखें।
* “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “उन्मूलन” या पाप से मन फिराना।
* आत्मिक रूप में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू से पाप से शुद्ध किया और जो उसके लोग हैं।
* ”खतनारहित” का अर्थ है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इसका प्रतीकात्मक संदर्भ उन लोगों से भी है जिनका आत्मिक खतना नहीं हुआ है अर्थात जिनका संबन्ध परमेश्वर से नहीं है।