“परिवार” शब्द रक्त संबन्धियों के समूह का संदर्भ देता है, प्रायः माता-पिता और सन्तान। परिवार में अन्य सदस्य भी होते हैं जैसे दादा-दादी, पोता-पोती, चाचा-चाची आदि।
* इब्रानी परिवार एक धार्मिक समुदाय था जो आराधना और निर्देशनों द्वारा परम्पराओं को आगे बढ़ाता था।
* पिता सामान्यतः परिवार का प्रमुख अधिकारी होता था।
* परिवार में सेवक, रखेलियाँ और परदेशी भी होते थे।
* कुछ भाषाओं में एक व्यापक शब्द होता है जैसे “कुल” या “कुटुम्ब” जो उन परिप्रेक्षों में अधिक उचित होंगे जहाँ अभिप्राय मात्र माता-पिता और सन्तान से अधिक सदस्यों का हो।
* आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों पर परमेश्वर का परिवार ही “घराना” कहलाता था।