"अध्यक्ष" शब्द उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो मनुष्यों के कामों और कल्याण का प्रभारी है।
* पुराने नियम में अध्यक्ष का कार्य था कि अपने कर्मचारियों से अच्छा काम करवाए।
* नये नियम में यह शब्द आरंभिक कलीसिया के अगुवों के संदर्भ में था। उनका कार्य था कि कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं को पूरा करें और सुनिश्चित करें कि विश्वासियों को उचित बाइबल की शिक्षा दी जाए।
* पौलुस अध्यक्ष को चरवाह कहता है जो स्थानीय कलीसिया में विश्वासियों की सुधि लेता है क्योंकि कलीसिया उसकी "भेड़ें" हैं।
* एक चरवाहे के सदृश्य अध्यक्ष अपनी भेड़ों की रक्षा करता है। वह झूठी आत्मिक शिक्षा तथा अन्य बुरे प्रभावों से अपनी कलीसिया की रक्षा करता है।
* इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पर्यवेक्षक” या “प्रभारी” या “प्रबन्धक”
* परमेश्वर के लोगों के स्थानीय समुदाय के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “आत्मिक पर्यवेक्षक” या “विश्वासी समुदाय की आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेनेवाला” या “कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं का पर्यवेक्षक करनेवाला मनुष्य”