“यित्रो” और “रूएल” शाऊल दोनों नाम मूसा की पत्नी सिप्पोरा के पिता के हैं। पुराने नियम में “रूएल” नामक दो पुरुष और थे।
मिद्यान देश में जब मूसा चरवाहा था तब उसने एक मिद्यानी पुरुष, रूएल की पुत्री से विवाह कर लिया था।
* बाद में रूएल को “यित्रो, मिद्यानियों का पुजारी” कहा गया है। हो सकता है कि “रूएल” उसक गोत्र का नाम था।
* जिस समय परमेश्वर ने जलती हुई झाड़ी में से मूसा से बातें की थी, उस समय मूसा यित्रो की भेड़ें चरा रहा था।
* मिस्र से इस्राएलियों को निकाल लाने के कुछ समय पश्चात यित्रो जंगल में इस्राएलियों के पास आया और मूसा को लोगों के विवादों को सुलझाने का अच्छा परामर्श दिया।
* मिस्र में इस्राएलियों के लिए किए गए परमेश्वर के चमत्कारों के बारे में सुनकर उसने परमेश्वर में विश्वास किया।
* एसाव के एक पुत्र का नाम भी रूएल था।
* रूएल नामक एक और पुरुष था जिसका उल्लेख बेबीलोन की बन्धुआई के बाद यहूदी लौटने वाले इस्राएलियों की वंशावली में है।