यरूशलेम में आरंभिक कलीसिया में फिलिप्पुस सात सेवकों में से एक था जिन्हें गरीब और आवश्यकताग्रस्त विश्वासियों की सुधि लेने के लिए चुना गया था, विशेष करके विधवाओं को।
* परमेश्वर ने यहूदिया और गलील के विभिन्न क्षेत्रों में सुसमाचार सुनाने के लिए फिलिप्पुस का उपयोग किया था उसने यरूशलेम से गाजा जाने वाले यरूशलेम के मार्ग में एक कूशी पुरुष को भी सुसमाचार सुनाया था।
* वर्षों बाद जब फिलिप्पुस कैसरिया में रह रहा था तब यरूशलेम लौटते समय पौलुस और उसके साथी उसके घर में ठहरे थे।
* अधिकांश बाइबलविद्ं के विचार में यह फिलिप्पुस यीशु का शिष्य फिलिप्पुस नहीं था। कुछ भाषाओं में इन दोनों के नामों की वर्तनी में परिवर्तन कर दिया गया है कि उनका अलग-अलग व्यक्ति होना स्पष्ट हो।