यूहन्ना जकर्याह और एलिशिबा का पुत्र था। क्योंकि “यूहन्ना” एक सामान्य नाम था, वह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला कहलाया कि अन्य यूहन्नाओं से उसे अलग किया जाए जैसे प्रेरित यूहन्ना।
* यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता था जिसे परमेश्वर ने भेजा कि मनुष्यों को मसीह के लिए और मसीह के अनुसरण के लिए तैयार करे।
* यूहन्ना ने लोगों को कहा कि अपने पापों को मानकर परमेश्वर की ओर फिरें और पाप करना छोड़ दें जिससे कि वे मसीह को ग्रहण करने के लिए तैयार हो जाएं।
* यूहन्ना पानी में बपतिस्मा देता था जो इस बात का प्रतीक था कि वे अपने पापों का पछतावा करते हैं और पापों से विमुख होते हैं।
* यूहन्ना को बपतिस्मा देनेवाला कहा गया है क्योंकि वह मनुष्यों को बपतिस्मा देता था।
* __[22:02](rc://en/tn/help/obs/22/02)__स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनेगी। और तू उसका नाम __यूहन्ना__ रखना। वह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा, और लोगों का मन मसीह की ओर फेरेगा।
* __[22:07](rc://en/tn/help/obs/22/07)__तब इलीशिबा के प्रसव का समय पूरा हुआ, और उसने पुत्र को जन्म दिया, जकरयाह और इलीशिबा ने उस पुत्र का नाम __यूहन्ना__ रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने उनसे कहा था।
* __[24:01](rc://en/tn/help/obs/24/01)__ __यूहन्ना__, जो जकरयाह और इलीशिबा का पुत्र था, वह बड़ा होकर एक नबी बन गया। वह जंगल में रहता था, और ऊँट के रोम का वस्त्र पहिने हुए था और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्द बाँधे रहता था तथा टिड्डियाँ और वनमधु खाया करता था।
* __[24:02](rc://en/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग __यूहन्ना__ को सुनने के लिए बाहर निकल आए। यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
* __[24:06](rc://en/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु __यूहन्ना__ के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया। जब __यूहन्ना__ ने उसे देखा, तो कहा, “देख ! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।”