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# भावी कहने, भावी कहनेवालों, भूत सिद्धिवालों, ज्योतिषी#
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## परिभाषा: ##
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“भावी कहने” तथा “भूत सिद्धिवालों” एक अभ्यास था जिसमें लोग अलौकिक संसार में आत्माओं से जानकारी लेते थे। ऐसा काम करने वाले को “भावी कहने वाला” या “भूत सिद्धी करनेवाला” कहते थे।
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* पुराने नियम के समय, परमेश्वर की आज्ञा थी कि इस्राएली भावी कहना या भूत सिद्धि का अभ्यास न करे।
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* ऊरिम और तुमिम द्वारा परमेश्वर ने अपनी इच्छा जानने की उन्हें अनुमति दी थी। ये दो पत्थर थे जिन्हें परमेश्वर ने प्रधान पुरोहित के लिए दिए थे कि वह इस उद्देश्य के निमित्त उन्हें काम में ले। परन्तु दुष्टात्माओं के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने की अनुमति उसने उन्हें नहीं दी थी।
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* अन्यजाति दर्शी आत्मिक संसार से जानकारियां प्राप्त करने के लिए विभिन्न विधियां काम में लेते थे जैसे पशुओं की आंतड़ियों का परीक्षण करके या हड्डियों को भूमि पर डालकर उनका आकार देखना।
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* नए नियम में, यीशु और प्रेरितों ने भी भविष्यवाणी, भूत-सिद्धी, जादू टोना और जादू को खारिज किया है। इन सभी प्रथाओं में बुरी आत्माओं की शक्ति का उपयोग करना शामिल है और ईश्वर द्वारा निंदा की जाती है।
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(यह भी देखें: [प्रेरित], [झूठे देवता], [जादू-टोना], [भूत-सिद्धी])
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# # बाइबल सन्दर्भ: ##
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* [1 शमूएल 06:1-2]
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* [प्रे.का. 16:16-18]
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* [यहेजकेल 12:24-25]
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* [उत्पत्ति 44:3-5]
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* [यिर्मयाह 27:9-11]
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## Word Data:##
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* Strong's:
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