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# अपमान, अपवित्र ठहराती, अपवित्र ठहराया, लज्जा की बात #
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## तथ्य: ##
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“अपमान” अर्थात आदर सम्मान से वंचित होना
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* जब मनुष्य पाप करता है तो वह अपमान एवं लज्जा की स्थिति में होता है।
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* “लज्जाजनक” शब्द पाप को या पाप करनेवाले का वर्णन करता है।
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* कभी-कभी भले काम करने वाले के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे वह लज्जित एवं अपमानित होता है।
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* उदाहरणार्थ, यीशु की क्रूस पर मृत्यु एक लज्जाजनक मृत्यु थी। यीशु ने ऐसे अपमान के योग्य कुछ नहीं किया था।
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* “अपमान” का अनुवाद “लज्जा” या “मानमर्दन” हो सकता है।
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* “लज्जाजनक” का अनुवाद “कलंकित” या “अपमानित” हो सकता है।
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(यह भी देखें: [अपमान], [आदर], [लज्जा])
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# # बाइबल सन्दर्भ: ##
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* [1 तीमुथियुस 03:6-7]
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* [उत्पत्ति 34:6-7]
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* [इब्रानियों 11:23-26]
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* [विलापगीत 02:1-2]
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* [भजन संहिता 022:6-8]
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* Strong's:
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