28 lines
2.6 KiB
Markdown
28 lines
2.6 KiB
Markdown
|
# चकित, विस्मय, अचम्भा किया, अचम्भा, अचम्भा करके, अचम्भे में आ जाना, आश्चर्यकर्मों, चमत्कार, चमत्कारों #
|
||
|
|
||
|
## परिभाषा: ##
|
||
|
|
||
|
यह सब शब्द अति विस्मय का संदर्भ देते हैं, क्योंकि एक अति असामान्य बात हुई है।
|
||
|
|
||
|
* इनमें से कुछ शब्द यूनानी कहावत के अनुवाद हैं जैसे, “आश्चर्यचकित होना” या “अपने आपे से बाहर होना”। * इन उक्तियों से व्यक्त होता है कि मनुष्य कैसे विस्मित एवं आघातग्रस्त हुआ है। अन्य भाषाओं में भी इन उक्तियों को व्यक्त करने के शब्द होंगे।
|
||
|
* सामान्यतः आश्चर्य और विस्मय उत्पन्न करने वाली घटना चमत्कार होती है, ऐसा काम केवल परमेश्वर ही कर सकता है।
|
||
|
* इन शब्दों के अर्थ में उलझन की भावना भी हो सकती है क्योंकि जो हुआ वह न उम्मीद था।
|
||
|
* इन शब्दों का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं, “अत्यधिक चकित” या “अत्यधिक विस्मित”
|
||
|
* इसके समानार्थक शब्द हैं, “अद्भुत (विस्मयकारी, आश्चर्यजनक) “विस्मय” “चकित करना”
|
||
|
* सामान्यतः ये शब्द सकारात्मक हैं और दर्शाती हैं कि मनुष्य किसी घटना विशेष से प्रसन्न हैं।
|
||
|
|
||
|
(यह भी देखें: [आश्चर्यकर्म], [चिन्ह])
|
||
|
|
||
|
# # बाइबल सन्दर्भ: ##
|
||
|
|
||
|
* [प्रे.का. 08:9-11]
|
||
|
* [प्रे.का. 09:20-22]
|
||
|
* [गलातियों 01:6-7]
|
||
|
* [मरकुस 02:10-12]
|
||
|
* [मत्ती 07:28-29]
|
||
|
* [मत्ती 15:29-31]
|
||
|
* [मत्ती 19:25-27]
|
||
|
|
||
|
## Word Data:##
|
||
|
|
||
|
* Strong's:
|