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# धूप की वेदी, धूप वेदी #
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## तथ्य: ##
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धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे।
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धूप जलाने की वेदी लकड़ी की बनी हुई थी और उस पर सोना चढ़ा हुआ था। उसकी लम्बाई और चौड़ाई आधा-आधा मीटर की थी तथा ऊंचाई एक मीटर की थी।
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* पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
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* याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
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* इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें])
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(यह भी देखें: [धूप])
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# # बाइबल सन्दर्भ: ##
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* [लूका 01:11-13]
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## Word Data:##
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* Strong's:
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