23 lines
2.1 KiB
Markdown
23 lines
2.1 KiB
Markdown
|
# किद्रोन नाले #
|
||
|
|
||
|
## तथ्य: ##
|
||
|
|
||
|
किद्रोन नाले यरूशलेम के ठीक बाहर एक गहरी घाटी है, पूर्वी दीवार और जैतून पर्वत के मध्य।
|
||
|
|
||
|
* यह घाटी लगभग 1,000 मीटर गहरी और 32 किलोमीटर लम्बी है।
|
||
|
* जब राजा दाऊद अपने पुत्र, अबशालेम से बचकर भागता फिर रहा था तब वह किद्रोन घाटी से होकर जैतून पर्वत पर चढ़ा था।
|
||
|
* यहूदा के राजा आसा और योशिय्याह ने आज्ञा दी थी कि सब ऊंचे स्थान और झूठे देवताओं की वेदियां जला दी जाएं और ध्वंस कर दी जाएं तब उनकी राख किद्रोन घाटी में डाल दी गई थी।
|
||
|
* राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में याजक मन्दिर से निकाली गई किसी भी वस्तु को किद्रोन घाटी में फेंक देते थे।
|
||
|
* दुष्ट रानी अतल्याह इसी घाटी में घात की गई थी क्योंकि उसने बहुत दुष्टता के काम किए थे।
|
||
|
|
||
|
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें])
|
||
|
|
||
|
(यह भी देखें: [अबशालोम], [आसा], [अतल्याह], [दाऊद], [झूठे देवता], [हिजकिय्याह], [ऊंचे स्थान], [योशिय्याह], [यहूदा], [जैतून पर्वत])
|
||
|
|
||
|
# # बाइबल सन्दर्भ: ##
|
||
|
|
||
|
* [यूहन्ना 18:1-3]
|
||
|
|
||
|
## Word Data:##
|
||
|
|
||
|
* Strong's:
|