30 lines
2.4 KiB
Markdown
30 lines
2.4 KiB
Markdown
|
# बारहों, ग्यारहों #
|
||
|
|
||
|
## परिभाषा: ##
|
||
|
|
||
|
“बारहों” का संदर्भ उन पुरुषों से है जिन्हें यीशु ने चुना कि उसके घनिष्ठतम शिष्य या प्रेरित हों। यहूदा की आत्महत्या के बाद, वे “ग्यारहों” कहलाते थे।
|
||
|
|
||
|
* यीशु के अनेक अन्य शिष्य थे परन्तु “बारहों” यह पदनाम उन्हें इसलिए दिया गया था क्योंकि वह यीशु के बहुत करीब थे।
|
||
|
* इन बारह शिष्यों के नाम, मत्ती 10, मरकुस 3, तथा लूका 6 में सूचीबद्ध हैं।
|
||
|
* यीशु के स्वर्गारोहण के बाद इन ग्यारहों ने मत्तिय्याह को यहूदा के स्थान में चुन लिया था। तब वे फिर से “बारहों” कहलाए।
|
||
|
|
||
|
## अनुवाद के सुझाव: ##
|
||
|
|
||
|
* कुछ भाषाओं में संज्ञा शब्द इसमें जोड़ना अधिक स्पष्ट एवं अधिक व्यावहारिक होता है, “बारह शिष्य” या “यीशु के घनिष्ठ बारह शिष्य”।
|
||
|
* “ग्यारहों” का अनुवाद हो सकता है, “यीशु के शेष ग्यारह शिष्य”।
|
||
|
* कुछ अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा काम में लेकर दर्शाया जाता है कि यह पदनाम था जैसे “वे बारह” या “वे ग्यारह”।
|
||
|
|
||
|
(यह भी देखें: [प्रेरित], [चेले])
|
||
|
|
||
|
# # बाइबल सन्दर्भ: ##
|
||
|
|
||
|
* [1 कुरिन्थियों 15:5-7]
|
||
|
* [प्रे.का. 06:2-4]
|
||
|
* [लूका 09:1-2]
|
||
|
* [लूका 18:31-33]
|
||
|
* [मरकुस 10:32-34]
|
||
|
* [मत्ती. 10:5-7]
|
||
|
|
||
|
## Word Data:##
|
||
|
|
||
|
* Strong's:
|