* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है।
* परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना”
* “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों का वर्णन कर्ता हो, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”।
* "श्रापित हो" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।"
* "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।"
* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो इसी उक्ति को रखना उचित होगा।
* __[02:09](rc://en/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “तुम __शापित__ हों।”
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।”
* __[04:04](rc://en/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद देंगे उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ देंगे उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।”
* __[39:07](rc://en/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।”
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।