“जीभ” शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के मुंह के भीतर के उस अंग से है जो शब्दोच्चारण के काम में आता है। यह शब्द "भाषा" या "बोलने" के लिए प्रायः लाक्षणिक रूप में काम में लिया जाता है। इसके अन्य अनेक लाक्षणिक अर्थ भी हैं।
* प्रकरण के अनुसार “जीभ” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “भाषा” या “आत्मिक भाषा” * यदि अर्थ स्पष्ट न हो रहा हो तो इसका अनुवाद “भाषा” ही करें।
* आग के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “लौ” किया जा सकता है।
* “मेरी जीभ आनन्द करती है” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं आनन्द करता हूँ और परमेश्वर की स्तुति करता हूँ या “मैं आनन्द के साथ परमेश्वर की स्तुति करता हूँ”।
* “झूठ बोलने वाली जीभ” का अनुवाद हो सकता है, “व्यक्ति जो झूठ बोलते हैं” या “जो लोग झूठ बोलते हैं”।