भूसी गेहूं की रक्षात्मक आवरण होती है जिसे सूखे गेहूं से अलग किया जाता है। भूसी खाने योग्य नहीं होती है इसलिए उसे गेहूं से अलग करके फेंक दिया जाता था।
* अन्न को हवा में उछालने से भूसी उड़कर गेहूं से अलग हो जाती है। भूसी हवा में उड़ जाती थी और अन्न के दाने नीचे भूमि पर गिर जाते थे। इस प्रक्रिया को "सूप" कहते हैं।
* बाइबल में इस शब्द को दुष्ट जनों तथा दुष्टता के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है।