उज्जिय्याह 16 वर्ष की आयु में यहूदा का राजा बना था और यरूशलेम में 52 वर्ष राज किया जो एक असाधारण दीर्घकालीन राजा था। उज्जिय्याह को अजर्याह नाम से भी जाना जाता था।
* उज्जिय्याह राजा अपनी सेना व्यवस्था और दक्षता के लिए जाना जाता था। अपने नगर की सुरक्षा के लिए गुम्मट बनवाए थे, उसने युद्ध के हथियारों को विशेष रूप से बनाया था जिनसे वह तीर चला सकता था और बड़े-बड़े पत्थर फेंक सकता था।
* वह जब तक परमेश्वर की सेवा में रहा समृद्ध होता गया। तथापि अपने राज्यकाल के अन्त समय में उसे घमण्ड हो गया था और मन्दिर में धूप जलाकर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया क्योंकि धूप जलाना केवल याजकों का काम था।
* इस पाप के कारण उज्जिय्याह को कोढ़ हो गया था और अन्त तक सबसे अलग रहना पड़ा।