* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह __शैतान__ था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह __शैतान__ को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा |
* __[25:06](rc://en/tn/help/obs/25/06)__ फिर __शैतान__ ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |"
* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__यीशु __शैतान__ के लालच में नहीं आया, तब __शैतान__ उसके पास से चला गया|
* __[33:06](rc://en/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" पथ एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और __शैतान__ उस वचन उससे ले जाता है।"
* __[38:07](rc://en/tn/help/obs/38/07)__रोटी खाते ही, यहूदा में __शैतान__ समा गया।
* __[48:04](rc://en/tn/help/obs/48/04)__परमेश्वर ने वादा किया कि हव्वा का ही एक वंशज __शैतान__ का सिर कुचलेगा, और __शैतान__ उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, __शैतान__ मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु __शैतान__ की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
* __[49:15](rc://en/tn/help/obs/49/15)__ परमेश्वर ने तुम्हें __शैतान__ के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है |
* __[50:09](rc://en/tn/help/obs/50/09)__ "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो __दुष्ट__ से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह __शैतान__ का प्रतिनिधित्व करता है।"
* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग __शैतान__ के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे |
* __[50:15](rc://en/tn/help/obs/50/15)__ जब यीशु वापस आएगा तो वह __शैतान__ और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह __शैतान__ को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया|