* इस्राएल में दाखरस के ये कुण्ड बहुत बड़े होते थे जिनको कठोर चट्टानों में खोद कर बनाया जाता था। दाख के गुच्छे इन गड्ढों के समतल तल पर डाल कर मनुष्यों द्वारा पांवों से रौंदा जाता था कि दाख रस बहकर बाहर निकले।
* आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां वह एकत्र होगा।
* "दाखरस का कुंड" बाईबल में लाक्षणिक रूप में परमेश्वर के प्रकोप के लिए काम में लिया गया है जो दुष्टों पर उंडेला जाएगा|