"पड़ोसी" शब्द प्रायः उस मनुष्य के सन्दर्भ में काम में आता है जो किसी के निकट रहता है| अधिक सर्वनिष्ठ अर्थ में देखा जाए तो इसका सन्दर्भ एक ही समुदाय या जाति के मनुष्य से हो सकता है।
* "पड़ोसी " वह मनुष्य होता है जो सुरक्षा और दया का पात्र होता है क्योंकि वह एक ही समुदाय का सदस्य है।
* नये नियम में नेक सामरी के दृष्टान्त में यीशु ने "पड़ोसी" शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जिसमें वह सब मनुष्यों को समाहित करता है, यहां तक कि जिसे हम अपना बैरी समझते हैं।
* यदि संभव हो तो इसका अनुवाद शाब्दिक अर्थ में ही किया जाए, जिस शब्द का अर्थ हो, “निकट रहनेवाला व्यक्ति”।