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@ -25,23 +25,23 @@ front:intro i6u9 0 # गलातियों का परिचय\n\n##
1:11 k33s ὅτι οὐκ ἔστιν κατὰ ἄνθρωπον 1
1:12 wed1 δι’ ἀποκαλύψεως Ἰησοῦ Χριστοῦ 1 पौलुस यहाँ अधिकारात्मक रूप का उपयोग इस अर्थ में कर सकता है: (1) कि परमेश्वर ने यीशु मसीह को पौलुस के सामने प्रकट किया। [1:16](../01/16.md) में वाक्यांश "मुझमें अपने पुत्र को प्रकट करने के लिए" देखें। वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने यीशु मसीह को मेरे सामने प्रकट किया" या "परमेश्वर मुझे सुसमाचार का ज्ञान कराया जब उन्होंने यीशु मसीह को मुझे दिखाया" (2) कि यह यीशु मसीह ही थे जिन्होंने पौलुस को रहस्योद्घाटन किया था। वैकल्पिक अनुवाद: "जिसके द्वारा यीशु मसीह ने मुझ पर प्रकाश डाला" (3) कि यीशु ने स्वयं को पौलुस के सामने प्रकट किया और उसे वह संदेश सिखाया जिसका उसने प्रचार किया था। वैकल्पिक अनुवाद: "यीशु मसीह ने स्वयं को मेरे सामने प्रकट किया और मुझे अपने बारे में सुसमाचार सिखाया" या "यीशु मसीह ने स्वयं को मेरे सामने प्रकट किया और मुझे अपने बारे में सुसमाचार सिखाया"
1:13 f3gl ἀναστροφήν ποτε 1 एक समय या “जीवन का प्रारम्भिक” या “प्रारम्भिक जीवन” का व्यवहार
1:14 r44z καὶ προέκοπτον 1 यह रूपक पौलुस को सिद्ध यहूदी बनने के लक्ष्य में उसके समय के अन्य यहूदियों से आगे चित्रांकित करता है।
1:14 s81t συνηλικιώτας 1 यहूदी लोग जो उसी आयु के हैं जिस आयु का मैं हूँ
1:14 f1z8 τῶν πατρικῶν μου 1 मेरे पूर्वज
1:14 r44z καὶ προέκοπτον 1
1:14 s81t συνηλικιώτας 1
1:14 f1z8 τῶν πατρικῶν μου 1
1:15 wd26 καλέσας διὰ τῆς χάριτος αὐτοῦ 1 सम्भावित अर्थ हैं 1) “परमेश्वर ने मुझे अपनी सेवा करने के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि वह अनुग्रहकारी हैं” या 2) “उन्होंने मुझे अपने अनुग्रह के द्वारा बुलाया।”
1:16 l97h ἀποκαλύψαι τὸν Υἱὸν αὐτοῦ ἐν ἐμοὶ 1 सम्भावित अर्थ हैं 1) “मुझे उसके पुत्र को जानने की अनुमति देने के लिए” या 2) “ताकि समस्त संसार को मेरे द्वारा यह दिखा सकें कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है।”
1:16 l5bb rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples τὸν Υἱὸν 1 यह परमेश्वर के पुत्र यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]] )
1:16 l5bb τὸν Υἱὸν 1
1:16 xx4c εὐαγγελίζωμαι αὐτὸν 1 यह घोषणा करें कि यीशु परमेश्वर के पुत्र हैं या “परमेश्वर के पुत्र के बारे में सुसमाचार प्रचार करें”
1:16 qme5 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom προσανεθέμην σαρκὶ καὶ αἵματι 1 यह एक भाव है जिसका अर्थ है अन्य लोगों से बातचीत करना। वैकल्पिक अनुवाद: “लोगों से कहो कि वे संदेश को समझने में मेरी मदद करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]] )
1:17 qh88 ἀνῆλθον εἰς Ἱεροσόλυμα 1 यरूशलेम जाएँ। यरूशलेम ऊँचे पर्वतों का क्षेत्र था, वहां पहुँचने के लिए निश्चित रूप से अनेक पर्वतों पर चढ़ना आवश्यक था, और इसलिए यरूशलेम की यात्रा को “ऊपर यरूशलेम की ओर जाना” के रूप में वर्णित करना एक आम बात थी।”
1:19 av43 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives ἕτερον & τῶν ἀποστόλων οὐκ εἶδον, εἰ μὴ Ἰάκωβον 1 यह दो बार नहीं का उपयोग इस बात पर जोर देता है कि सिर्फ याकूब ही एक ऐसा प्रेरित था जिसे पौलुस ने देखा था। वैकल्पिक अनुवाद: “जिस दूसरे प्रेरित को मैंने देखा वह सिर्फ याकूब था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]] )
1:20 lh36 ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1 पौलुस गलातिया की कलीसियाओं पर स्पष्ट करना चाहता था कि वह पूर्णतः गंभीर है और वह जानता है कि जो कुछ वह कहता है परमेश्वर उसे सुनते हैं और यदि वह सत्य न बताये तो वह उसका न्याय करेंगे।
1:16 qme5 προσανεθέμην σαρκὶ καὶ αἵματι 1
1:17 qh88 ἀνῆλθον εἰς Ἱεροσόλυμα 1
1:19 av43 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions ἕτερον & τῶν ἀποστόλων οὐκ εἶδον, εἰ μὴ Ἰάκωβον 1 यह दो बार नहीं का उपयोग इस बात पर जोर देता है कि सिर्फ याकूब ही एक ऐसा प्रेरित था जिसे पौलुस ने देखा था। वैकल्पिक अनुवाद: “जिस दूसरे प्रेरित को मैंने देखा वह सिर्फ याकूब था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]] )
1:20 lh36 ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1
1:20 h3cb rc://*/ta/man/translate/figs-litotes ἃ δὲ γράφω ὑμῖν, ἰδοὺ, ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ ὅτι οὐ ψεύδομαι 1 पौलुस इस बात पर जोर डालने के लिए कोमल शब्दों का उपयोग करता है कि वह सत्य कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो संदेश मैं तुम्हें लिख रहा हूँ उसमें तुम्हें झूठ नहीं कह रहा हूँ” या “जो संदेश मैं तुम्हें लिख रहा हूँ उसमें मैं तुम्हें सत्य बता रहा हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-litotes]] )
1:21 m25a κλίματα τῆς Συρίας 1 बुलाए हुए जगत का हिस्सा
1:21 m25a κλίματα τῆς Συρίας 1
1:22 y6l4 ἤμην δὲ ἀγνοούμενος τῷ προσώπῳ ταῖς ἐκκλησίαις τῆς Ἰουδαίας, ταῖς ἐν Χριστῷ 1 मसीह में यहूदिया की कलीसियाओं के लोगों में से कोई भी मुझसे नहीं मिला है
1:23 z8qt μόνον δὲ ἀκούοντες ἦσαν 1 लेकिन अन्य लोग मेरे बारे में जो कहते हैं उन्होंने सिर्फ वही सुना है
1:23 z8qt μόνον δὲ ἀκούοντες ἦσαν 1
2:intro xe28 0 # गलातियों 02 सामान्य टिप्पणियाँ\n## संरचना एवं स्वरूपण\n\nपौलुस सच्चे सुमाचार का बचाव करना जारी रखता है। इसकी शुरुआत [गलातियों 1:11](../../gal/01/11.md).\n\n## इस अध्याय में विशेष सिद्धांत\n\n### स्वतंत्रता और दासत्व\n\nइस पूरी पत्री के दौरान पौलुस स्वतंत्रता और दासत्व के मध्य विषमता दिखाता है। एक मसीही व्यक्ति मसीह में अलग अलग कार्य करने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन जो मसीही व्यक्ति मूसा की व्यवस्था के पालन की कोशिश करता है उसे सारी व्यवस्था का पालन करना जरूरी है। पौलुस बताता है कि व्यवस्था का पालन करने की कोशिश करना एक प्रकार की दासत्वता है। (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/lawofmoses]] )\n\n## इस अध्याय में अन्य संभावित अनुवाद की कठिनाइयाँ\n\n### “मैं परमेश्वर के अनुग्रह को अस्वीकार नहीं करता”\n\nपौलुस सिखाता है कि यदि कोई मसीही मूसा की व्यवस्था के पालन की कोशिश करता है तो जो परमेश्वर का अनुग्रह उनपर दिखाया गया है वे उसे समझते नहीं हैं। यह एक आधारभूत गलती है। लेकिन पौलुस “मैं परमेश्वर के अनुग्रह को अस्वीकार नहीं करता” ये शब्द उपयोग करता है। इस कथन के उद्देश्य को इस तरह देखा जा सकता है, “यदि आप व्यवस्था के पालन के द्वारा उद्धार पा जाते हैं तो यह परमेश्वर के अनुग्रह को अस्वीकार कर देगा.” (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/grace]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hypo]])
2:1 zt61 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nपौलुस इस बात का इतिहास बताना जारी रखता है कि कैसे उसने सुसमाचार को प्रेरितों से नहीं बल्कि परमेश्वर से प्राप्त किया है।
2:1 zt61 Connecting Statement: 0
2:1 zth5 ἀνέβην 1 यात्रा की। यरूशलेम पर्वतीय देश में स्थित है। यहूदी लोग यरूशलेम को पृथ्वी पर एक ऐसे स्थान के रूप में भी देखते थे जो स्वर्ग के निकटतम है, इसलिए पौलुस रूपक में बता रहा होगा, या वह ऊपर पहाड़ की ओर यरूशलेम जाने की कठिन यात्रा का चित्रण कर रहा होगा।
2:2 msv4 τοῖς δοκοῦσιν 1 विश्वासियों के मध्य सबसे महत्वपूर्ण अगुवे
2:2 ejb8 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives μή πως εἰς κενὸν τρέχω ἢ ἔδραμον 1 पौलुस दौड़ने को काम करने के लिए रूपक की तरह उपयोग करता है, और इस बात पर जोर डालने के लिए दोहरी नकारात्मकता का उपयोग करता है कि जो काम उसने किया था लाभदायक था। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं कर रहा था, या किये हैं, वह लाभकारी कार्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])

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