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2TI 2 11 p044 πιστὸς ὁ λόγος 1 This word is trustworthy आप इस विशेषण, "विश्वासयोग्य" का अर्थ सकर्मक क्रिया द्वारा व्यक्त कर सकते हैं यदि यह आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो| वैकल्पिक अनुवाद:"तू इस कथन पर विश्ववास कर सकता है"
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2TI 2 11 p045 figs-quotemarks πιστὸς ὁ λόγος 1 This word is trustworthy पौलुस इस वाक्यांश के द्वारा अपरोक्ष उद्धरण देता है| इस पद के शेष भाग में और 2:12 तथा 2"13 में जो शब्द है वे या तो कोई कविता है या भजन है उनके द्वारा उस सन्देश को व्यक्त किया गया है जिसको पौलुस विश्वासयोग्य कहता है आपके पाठकों के लिए सहायक ही सिद्ध होगा यदि आप इन शब्दों को अपरोक्ष उद्धरण के रूप में चिन्हित कर दें या उनको दहिनी ओर पृथक रखें जैसा इस अध्याय के आरम्भ में,निर्विशेष टिप्पणियों में कहा गया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]])
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2TI 2 11 p046 καὶ συνζήσομεν 1 we will also live with him यद्यपि पौलुस मसीह के साथ मरने के लिए आलंकारिक भाषा का प्रयोग करता है, "जीएंगे" की भाषा संभवतः आलंकारिक नहीं है|इसका सन्दर्भ दो में से एक है: (1) "जीएंगे" का सन्दर्भ मरणोपरांत जीवन से है| यह पिछले पद में पौलुस द्वारा चर्चित "अविनाशी महिमा" और अगले पद में, "हम उसके साथ राज्य करेंगे" के परिप्रेक्ष्य में सर्व संभावना में प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तब परमेश्वर हमें मृतकों में से जीवित करेगा कि यीशु के साथ रहें" (2) जीएंगे का सन्दर्भ विश्वासियों द्वारा मृत्यु से पहले के आचरण के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अपनी अभिलाषाओं के पीछे नहीं भागेंगे, अपेक्षा इसके हम वही करेंगे जो यीशु हमसे चाहता है कि करें"
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2TI 2 12 p048 εἰ ἀρνησόμεθα 1 if we deny him पौलुस "इन्कार" शब्द का प्रयोग उन विश्वासियों के लिए करता है जो कहते है कि वे इस वर्तमान जीवन में मसीह यीशु को नहीं जानते हैं| इस शब्द का प्रयोग "धीरज" शब्द की विषमता में किया गया है,अतः इसका सन्दर्भ उस मनुष्य के लिए है जो सताव में हारकर यीशु का अनुयायी होने से इन्कार कर देता है| वैकल्पिक अनुवाद:: "यदि माह आज कहें कि हम उसको नहीं जानते"
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2TI 2 12 p048 εἰ ἀρνησόμεθα 1 if we deny him पौलुस "इन्कार" शब्द का प्रयोग उन विश्वासियों के लिए करता है जो कहते है कि वे इस वर्तमान जीवन में मसीह यीशु को नहीं जानते हैं| इस शब्द का प्रयोग "धीरज" शब्द की विषमता में किया गया है,अतः इसका सन्दर्भ उस मनुष्य के लिए है जो सताव में हारकर यीशु का अनुयायी होने से इन्कार कर देता है| वैकल्पिक अनुवाद:: "यदि माह आज कहें कि हम उसको नहीं जानते"
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2TI 2 12 p049 κἀκεῖνος ἀρνήσεται ἡμᾶς 1 he also will deny us पौलुस दूसरी बार "इन्कार"शब्द को काम में लेता है तो वह मसीह यीशु के सन्दर्भ में है जब वह अंतिम न्याय करेगा| उस दिन यीशु निष्ठावान विश्वासी को ग्रहण करेगा और जो उसके सच्चे भक्त नहीं हैं उनका त्याग कर देगा| जो इस पृथ्वी पर वास करते समय यीशु के अनुयायी होने से इन्कार करते हैं वे उसके सच्चे भक्त नहीं हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "न्याय के दिन वह हमें त्याग देगा"
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