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\v 14 ओंउ इसी कारणो तेसी पिता के सामणे घुन्डु छुकोउ। \v 15 जितलै भै स्वर्ग ओरो धोरतै पांदी सोबी घोराणे का नाव राखे जांव। \v 16 की सै आपणे मोहिमा खै घोण कै अनुसार तुंओ एजा ढाण देवे की तुंए तैसके आत्मा लै आपणे भीतरो आदमै दै सामर्थ पाएबा बलवन्त होदै जांव। |