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\v 9 जितु तैणै आपणै इच्छा(मोरजी) का भेद तैसै भोलै अभिप्राय खै अनुसार हामु बोतोउवा, जैसि तैणै आपि मै ठान लियु थीऊ । \v 10 की समयो खै पुरा होणौ का ऐशणा प्रोबोन्ध हौ की जु किछै स्वर्ग मै ओसो ओरो जु किछै धोरतै पांदी ओसो, सोबै किछै सै मसीह मै कौठौ कोरो। |