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\v 9 और मूर्खते बिबादा दी, बंशाबलीए, और बिरोध और तिन्नां झ़गळै ज़ुंण शास्त्रे बारै होए तिन्नां का रह बच़ी, किल्हैकि तिंयां आसा निष्फल और बेकार। \v 10 कसा पाखंडी समझ़ाऊ एकी बारी और तेऊ का रह ज़ुदअ। \v 11 इहय समझ़ी करै कि अह मांह्णू ग्अ भटकी, और आपणैं आप दोशी बणांई करै करा अह पाप। |