1 line
563 B
Plaintext
1 line
563 B
Plaintext
|
\v 15 तैहीता हूँबी तेऊ विश्वासो समाच़ार शुणीं करै ज़ुंण तम्हां लोगा बिच़ै प्रभू दी आसा, और जुंण प्यार सोभी पबित्र लोगा दी प्रगट आसा। \v 16 हूँ नि तम्हां लै धन्यबाद करनअ छ़ाडदअ, और हमेशा करा हूँ तम्हां आपणीं प्राथणांं दी आद,
|