\v 15 इंजा सेबाई सोप्तीकू गा आमके नमस्कार येथा जो विश्वास गा कारण इंजाते प्रेम दोडोवा होय, दिकुके, नमस्कार|| आपे सेबाईकु लीन्जेन अनुग्रह डायू लाक्कू ||