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\v 28 इनी खीज अच्छा होय कि साना आपण आपण जाप्य ते आपण कोबोर गा समान प्यार डोय |जो आपण जाप्य ते प्यार डोय नी होय देडेन हेज हेचते प्यार डोयवा होय | \v 29 चोयकी जे का भी नी आपण कोबोर ते खिजो बान दोडो वरण कलीसिया गा सतोन होय | \v 30 इनी घांजी कि आले नी दियगा कोबोर गा हिसा होय |