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\v 21 तुखीकुस ,*जो प्रिय दाई येठा प्रभुन नी विश्वास योग्य सेवक यांनी पुजारी होय ,आम के सब बातो घालेवा कि आम भी इंज गा दशा यांनी चाल येठा स्वाभाव के चिन्या कि इंज चोफार टाद्ळवा होय | \v 22 डिच के इंज नी आम मेरान इनी घाल्जी कुलकेनेच होय कि आम इंज गा स्वाभाव के चिन्या ,येठा देडेन आम गा मन के शांती घाट्यू |*