\v 10 क्जोकि मतै सारै मणु निरंकुश बकवादी अतै धोखा दीणै बाळै हिन्न खास करी सो जियांरा खतना भछूरा। \v 11 ईयांरा मुँह बन्द करना चहिन्दा, इन्हैं जिन्है मणु नीच कमाई तांईं अनुचित गप्पा सिखाई करी घरा रै घरा जो विगाड़ी दिन्दै हिन्न्।